RO Full Form in Hindi, RO Ka Pura Naam Kya Hai, RO क्या है, RO Ka Full Form Kya Hai, RO का Full Form क्या है, RO meaning, RO क्या क्या कार्य होता है। इन सभी सवालों के जबाब आपको इस Post में दिया जाएगा।
दोस्तों! RO के बारे में तो आपने पहले भी सुना ही होगा लेकिन क्या आप जानते हैं कि RO full form in Hindi क्या है? यदि नहीं तो RO के बारे में जानना आपके लिए बेहद फायदेमंद साबित हो सकता है क्योंकि यह आमतौर पर लोगों द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाले शब्द हैं जो आपके करियर में काफी मदद कर सकते हैं।
यदि आप अब तक नहीं जानते कि RO full form in Hindi क्या है तो हम आपके लिए इस आर्टिकल में RO full form in Hindi के साथ-साथ इससे जुड़ी जानकारी लेकर आए हैं, जिसकी मदद से आप इसके बारे में सभी जानकारियां प्राप्त कर सकते हैं।
इस आर्टिकल में हम आपको RO full form क्या होता है?, RO का क्या मतलब है?, RO से जुड़े काम क्या हैं? जैसी सभी जानकारियां बताने वाले हैं। इसे जानने के लिए आप इस पोस्ट को अंत तक पढ़ें क्योंकि यहां हमने RO full information in Hindi के बारे में संपूर्ण जानकारी उपलब्ध करवाई है। RO के अंतर्गत आने वाली हर बात और कार्य यहां निम्नलिखित हैं –
Table of Contents
RO का फुल फॉर्म क्या है?( RO Full Form in Hindi)
RO का फुल फॉर्म या पूरा नाम रिव्यू ऑफिसर (Review Officer) होता है। रिव्यू ऑफिसर को हिन्दी भाषा में समीक्षा अधिकारी भी कहते हैं।
RO क्या है? (What is RO in Hindi?)
RO यानि समीक्षा अधिकारी एक सरकारी पद होता है जिसमें अभ्यर्थी को सरकारी सचिवालय या सरकारी संस्थाओं में नियुक्त किया जाता है। इस पद को पाने के लिए अभ्यर्थी को UPPSC (यूपीपीएससी) की परीक्षा देकर उसमें सफलता हासिल करनी पड़ती है। इस पद पर नियुक्त व्यक्ति को उत्तर प्रदेश के सरकारी संस्थानों में काम करना होता है। किसी व्यक्ति के लिए करियर बनाने का यह अच्छा मौका साबित हो सकता है। हालांकि इस RO के पद के लिए व्यक्ति को कड़ी मेहनत भी करनी पड़ती है।
RO कैसे बन सकते हैं? (How to become an RO in Hindi?)
RO बनने के लिए व्यक्ति या अभ्यर्थी को सबसे पहले RO की परीक्षा का एप्लिकेशन फॉर्म यानि आवेदन भरना पड़ता है और उसके बाद उत्तर प्रदेश राज्य के लोक सेवा आयोग यानि युपीपीएससी (UPPSC) द्वारा आयोजित की गई समीक्षा अधिकारी यानि RO और सहायक समीक्षा अधिकारी यानि ARO (Assistant Review Officer) के परीक्षा में शामिल होना होता है। जो व्यक्ति इन दो परीक्षाओं में सफलता हासिल करता है, उसे RO के पद पर नियुक्त कर उत्तर प्रदेश के लखनऊ के सचिवालय भवन या इलाहाबाद के लोक सेवा आयोग भवन जैसे किसी उत्तर प्रदेश के सरकारी संस्थान में उनका चयन किया जाता है।
RO बनने के लिए किन किन योग्यताओं की जरूरत होती है? (What are the qualifications required to become an RO in Hindi?)
RO बनने के लिए किसी व्यक्ति को किसी भी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से स्नातक की पढ़ाई करना जरूरी है। स्नातक के पढ़ाई के बिना RO के पद के लिए आवेदन नहीं किया जा सकता है। इस RO की परीक्षा में बैठने के लिए या RO के पद के लिए अभ्यर्थी और व्यक्ति को कम से कम 21 वर्ष की आयु सीमा होनी चाहिए। इस पद के लिए 21 वर्ष से 40 वर्ष के व्यक्ति या अभ्यर्थी को चुन कर नियुक्त किया जाता है। यदि कोई व्यक्ति आरक्षित वर्ग से ताल्लुक रखता है तो उसे आयु सीमा में थोड़ी छूट दी जा सकती है।
RO के पद के लिए अभ्यर्थी का चयन कैसे किया जाता है? (How is the candidate selected for the post of RO in Hindi?)
RO के पद के लिए अभ्यर्थी का चयन के समय उसकी पढ़ाई के बारे में जानकारी ली जाती है। यदि RO का परीक्षा देना वाला व्यक्ति स्नातक कि परीक्षा पास केलर चुका है तब उसे अगले चरण के लिए चुना जाता है। हालांकि इस पद को पाने के लिए अभ्यर्थी को किसी भी प्रकार का इंटरव्यू देने की जरूरत नहीं पड़ती है। अभ्यर्थी को केवल दो लिखित परीक्षाओं में उत्तीर्ण होने की जरुरत होती है।
उन दोनों लिखित परीक्षाओं में एक प्रारंभिक परीक्षा और दूसरी मुख्य परीक्षा होती है जिसमे प्रारंभिक परीक्षा के लिए अभ्यर्थी को दो पेपर की परीक्षा देनी पड़ती है। जो भी व्यक्ति इन दोनों ही लिखित परीक्षाओं में सफलता प्राप्त करता है, उसे RO के पद के लिए नियुक्त किया जाता है।
समीक्षा अधिकारी के परीक्षा में कैसे और कितने अंक के सवाल पूछे जाते हैं? (How and how many marks questions are asked in the review officer exam in Hindi?)
जैसा कि हमने पहले आपको बताया कि समीक्षा अधिकारी बनने के लिए आपको किसी इंटरव्यू देने की जरूरत नहीं पड़ती है इसीलिए इसका काहाइन लिखित परीक्षा के आधार पर किया जाता है। इस लिखित परीक्षा में दो चरण होते हैं जिसमे एक परीक्षा में 2 सौ अंकों के सवाल पूछे जाते हैं। दोनों ही लिखित परीक्षा मिलाकर कुल 4 सौ अंकों की परीक्षा होती है जिसमे हिन्दी भाषा से 60 अंकों के 60 प्रश्न दोनों ही परीक्षाओं में पूछे जाते हैं
और वहीं बाकी के 140 अंकों के प्रश्न के लिए सामान्य अध्ययन जैसे कि इतिहास, भूगोल जैसे विषयों से सवाल पूछे जाते हैं। इसमें 200 सवाल बहुविकल्पीय यानि (Multiple Choice Questions) होते हैं। सभी सवाल स्नातक या उससे निचली कक्षा से ही पूछे जाते हैं लेकिन इसकी अलग सिलेबस आती है जो आसानी से आप किसी भी किताब की दुकान से ले कर अपनी तैयारी अच्छे से कर सकते हैं।
RO के क्या कार्य होते हैं? (What are the functions of RO in Hindi?)
RO यानि एक समीक्षा अधिकारी को सरकारी कार्यालय या संस्थान में अनुभाग द्वारा प्राप्त किए गए पत्रों में प्रतिदिन अंकित करने का मुख्य कार्य होता है। एक समीक्षा अधिकारी को पंजियों का रखाव और सरकारी कागज पत्रों को संचालित करने वाले पत्रावलियों को प्रतिदिन अंकित करना है। समीक्षा अधिकारी को विवरण पत्र और स्वच्छ प्रतियां तैयार करनी पड़ती है
और उन प्रतियों का मिलान करने वाले अन्य सहायकों को मदद भी करनी होती है। RO यानि समीक्षा अधिकारी को प्रतिदिन डाक घरों में पत्रवाहक पुस्तिका को वितरित करने के बाद उसे अंकित कर पत्र के वितरित होने के बाद उन सभी पत्रवाहक पुस्तिका की जांच करने की जिम्मेदारी निभानी पड़ती है।
एक समीक्षा अधिकारी यानि RO की तनख्वाह कितनी होती है? (What is the salary of a Review Officer in Hindi?)
समीक्षा अधिकारी एक सरकारी अधिकारी होता है जिसे उत्तर प्रदेश की सरकार द्वारा सैलेरी दी जाती है। हालांकि इसकी सैलेरी ज्यादा नहीं होती है लेकिन यह एक उच्च स्तर का पद है जिससे सैलेरी के साथ सम्मान भी मिलता है। एक समीक्षा अधिकारी यानि एक RO को हर महीने 9 हजार 3 सौ रुपए से लेकर 34 हजार 8 सौ रुपए तक मिल सकते हैं।
Conclusion
तो दोस्तों, आपको के बारे में जानकारी हिंदी में। अच्छी लगी होगी हमे उम्मीद है इस पोस्ट को पढ़ कर आप RO full form In Hindi (RO मीनिंग इन हिंदी) समझ गए होंगें और अब अगर आपसे कोई पूछेगा कि RO का मतलब क्या होता है? तो अब आप उसे RO मीनिंग इन हिंदी बता सकेंगे।
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