IST Full Form In Hindi | जानिए क्या है IST, पूरी जानकारी

IST Full Form in Hindi, IST Ka Pura Naam Kya Hai, IST क्या है, IST Ka Full Form Kya Hai, IST का Full Form क्या है,  IST meaning, IST क्या क्या कार्य होता है।आज इन सभी सवालों के जबाब आपको इस Post में दिया जाएगा। 

दोस्तों! क्या आप नहीं जानते कि IST full form in Hindi क्या है और इसके बारे में जानना चाहते हैं? यदि आपका जवाब हां है तो हम आपके लिए इस आर्टिकल में IST full form in Hindi के अलावा इसकी सभी जानकारी लेकर आए हैं जिसकी मदद से आप IST के पद के बारे में संपूर्ण जानकारी हासिल कर पाएंगे।

IST full form क्या होता है? इसे जानने के लिए आप इस पोस्ट को अंत तक पढ़ें क्योंकि यहां हमने IST full information in Hindi के बारे में संपूर्ण जानकारी उपलब्ध करवाई है। इसके अंतर्गत बताए जाने वाले विषय निम्नलिखित हैं –

1. IST full form kya hai? पूरी जानकारी हिंदी में

2. IST क्या है? (What is IST in Hindi?)

3. IST का  इतिहास (History of IST)

4. टाइम जोन और IST यानी इंडियन स्टैण्डर्ड टाइम (Time Zone and IST)

5. बॉम्बे टाइम और कलकत्ता टाइम (Bombay time and Calcutta time)

6. भारत में वर्तमान में सिर्फ एक समय क्षेत्र है, भारतीय मानक समय (IST)

IST full form kya hai? पूरी जानकारी हिंदी में

IST full form kya hai? की बात करें तो बता दें कि IST full form Indian Standard Time होता है। इसके अलावा आपको यह भी बता दें कि IST को हिंदी में भारतीय मानक समय कहा जाता है।

IST क्या है? ( what is IST in hindi) 

IST एक प्रकार का समय क्षेत्र होता है जिसे हम (IST) UTC + 05: 30 के समय पूरे भारतवर्ष में ऑफसेट के साथ मनाया जाता है । भारत एक ऐसा देश है जो नहीं केवल दिन के समय की बचत करता है एवं ना कभी भी मौसम समायोजन का निरीक्षण करने का सोचता है। सैन्य एवं विमानन समय में IST को E * (“इको-स्टार”) नामित किया जाता है। भारतीय मानक समय की गणना उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर शहर के 82.5 ° E देशांतर के आधार पर किया जाता है। इसी देशांतर रेखा पर मिर्जापुर स्थित है।

IST का  इतिहास (History of IST)

हमारे केंद्र सरकार ने 1947 ईस्वी में आजादी के बाद इंडियन स्टैंडर्ड टाइम या फिर हम यह कहे भारतीय मानक समय  की स्थापना की थी। केंद्र सरकार ने आईएसडी की स्थापना पूरे देश के लिए आधिकारिक समय के रूप में किया था। सबसे आवश्यक बात यह है कि कोलकाता तथा मुंबई जो अपने स्थानीय समय के रूप में जाना जाता है उसे 1948 एवं 1955 ईस्वी तक अधिकार में बनाए रखा गया था।

चेन्नई से प्रयागराज जिला के शेरगढ़ किले के किसी एक स्थान पर केंद्रीय वेधशाला को ले जाया गया ताकि यहां वेधशाला UTC + 05: 30 के लगभग करीब पहुंच सके। 1993 एवं 1971 में भारत पाकिस्तान के युद्ध तथा 1993 में चीन और भारत के युद्ध के दौरान daylight saving टाइम का उपयोग करके इसे एक संक्षिप्त रूप दिया गया था।

IST (Indian standard time) जैसे हिंदी में भारतीय मानक समय कहा जाता है उसे मानक समय के रूप में भी जाना जाता है। क्योंकि यह भारत के लगभग सभी क्षेत्रों से होकर गुजरती है। इस मानक समय के द्वारा लोगों को सही समय की जानकारी देने के लिए दूरदर्शन टेलीविजन नेटवर्क तथा राष्ट्रीय अखिल भारतीय रेडियो पर भी सटीक समय को प्रसारित करते हैं।

टेलीफोन कथा मोबाइल कंपनियों के पास भी मानक समय द्वारा सर्टिफिकेट को relay किया जाता है। आज के समय में समय को जानने का सबसे अच्छा तरीका जीपीएस है जिसकी सहायता से युवाओं के बीच तेजी से समय को प्राप्त करने के लिए लोकप्रिय हो रहा है। जीपीएस का फुल फॉर्म ग्लोबल पोजिशनिंग सिस्टम होता है।

टाइम जोन और IST यानी इंडियन स्टैण्डर्ड टाइम (Time Zone and IST)

Time zone globe का IST क्षेत्र होता है। किसी भी तरह के वाणिज्य सामाजिक तथा कानूनी उद्देश्य के लिए इस तरह के समान समय क्षेत्र का होना विशेष आवश्यक होता है।

देशों तथा उसमें बसे प्रदेशों के समय क्षेत्र का विशेष पालन करने के कारण यह समय उनके बीच के अंतर को कम करता है क्योंकि यह निकट वाणिज्य या और भी अन्य संचार के क्षेत्र के लिए सामान समय रखने के लिए सुविधाजनक माना जाता है। यूनिवर्सल टाइम से घंटों की लगभग कुल संख्या से (UTC U 12: 00 से UTC + 14: 00) तक अधिकतर देशों में सभी समय क्षेत्र ऑफ सेट किए जाते हैं। कई बार कुछ कुछ टाइम जोन लगभग 30 से 45 मिनट तक के लिए ही ऑफ सेट किए जाते हैं। जैसे न्यूफाउंडलैंड।

नेपाल का मानक समय UTC + 05: 45 होता है, न्यूफाउंडलैंड का मानक समय UTC – 03: 30 होता है, म्यानमार का मानक समय UTC + 06: 30 है तथा भारत का मानक समय UTC + 05: 30 है। भारत का गणतंत्र पूरे भारत वर्ष में केवल एक ही समय लागू होता है इसी वजह से यह भारतीय मानक समय का उपयोग करता है। यूनिवर्सल टाइम से भारतीय मानक समय लगभग 5 : 30 घंटे आगे चलता है तथा इसी वजह से इसे यूटीसी + 05: 30, के रूप में भी लिखते हैं। भारत वर्तमान समय में डीएसटी या किसी समय टाइम का पालन नहीं करता है। मानव प्रयोगशालाओं के द्वारा ही संकेतों का पता लगता है।

बॉम्बे टाइम और कलकत्ता टाइम (Bombay time and Calcutta time)

ब्रिटिश शासन काल में भारत में दो तरह के समय जोन की स्थापना हुई थी। यह दो तरह के जोन थे पहला Kolkata Time एवं दूसरा Bombay Times.

1884 ईसवी में वाशिंगटन डीसी में समय क्षेत्र की स्थापना हुई एवं इसी दौरान 1884 ईसवी में अंतरराष्ट्रीय मेरिडियन सम्मेलन का आयोजन संयुक्त राष्ट्र अमेरिका में किया गया था । इस सम्मेलन के तहत यह निर्णय लिया गया था कि भारत वर्ष में दो तरह के समय क्षेत्र होंगे एवं इन दोनों क्षेत्रों में मुंबई टाइम तथा कोलकाता टाइम होंगे परंतु आधिकारिक रूप से IST को मानक समय क्षेत्र बनाने के बाद भी इस क्षेत्र में मुंबई टाइम को तब्दील करना बहुत अधिक मुश्किल था एवं यही वह कारण था जिसकी वजह से 1955 ईस्वी तक इसे बनाए रखा गया।

भारत में वर्तमान में सिर्फ एक समय क्षेत्र है, भारतीय मानक समय (IST)

ब्रिटिश शासन काल के दौरान यह एक सदी से भी अधिक समय से चला आ रहा था परंतु इसे भारतीय समय क्षेत्र के 2 क्षेत्रों में विभाजित करना पड़ा। ब्रिटिश सरकार के अंतर्गत भारत में दो टाइम जोन की स्थापना 1884 में की गई थी।

Conclusion

तो दोस्तों, आपको  के बारे में जानकारी हिंदी में। अच्छी लगी होगी हमे उम्मीद है इस पोस्ट को पढ़ कर आप IST full form In Hindi ( IST मीनिंग इन हिंदी) समझ गए होंगें और अब अगर आपसे कोई पूछेगा कि  IST का मतलब क्या होता है? तो अब आप उसे IST मीनिंग इन हिंदी बता सकेंगे।

अगर आपको हमारा ये  IST Information In Hindi पसंद आया हो, तो इसे अपने दोस्तों के साथ भी ज़रूर Share कीजिए और अगर आपके पास हमारे लिए कोई सवाल हो, तो उसे Comment में लिख कर हमें बताए।

यह भी पढ़ें:

OC Full FormDND Full Form
IPL Full Form In HindiRAS Full Form
CSC Full FormMST Full Form
DDO Full FormPDF Full Form
CCTV Full FormINC Full Form
ICS Full FormHD Full Form
EVS Full FormNBA Full Form
CCC Full FormAPL Full Form
DGO Full FormHIV Full Form
ASHA Full FormIG Full Form
EMAIL Full FormPOP Full Form
ASI Full FormMMS Full Form
VIP Full FormCCA Full Form
DEO Full FormUAE Full Form
LG Full FormATP Full Form
DMS Full Form

Leave a Comment

You cannot copy content of this page